मध्य प्रदेश मेंं पटवारी के 9160 पदो के भर्ती सम्बंधी चर्चा
मध्य प्रदेश में अब पटवारी बनने के लिए स्नातक होना जरूरी होगा. अभी तक पटवारी बनने के लिए 12वीं पास होना ही जरूरी था. इसके साथ ही चयनित उम्मीदवार को दो साल के भीतर कम्प्यूटर दक्षता (CPCT )हासिल करनी होगी. दरअसल, 9 हजार 160 पदों की भर्ती के लिए सरकार जल्द ही विज्ञापन जारी करने वाली है. इसके लिए राजस्व विभाग ने नियमों का मसौदा प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड को भेज दिया है।
इसमें शैक्षणिक योग्यता के दायरे को बढ़ाते हुए स्नातक किया गया है. विभागीय मंत्री उमाशंकर गुप्ता का कहना है कि पहले की तुलना में अब कार्यप्रणाली बदल गई है. तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है. गिरदावरी से लेकर जमीन के सीमांकन तक का काम मशीनों से हो रहा है. रिर्पोटिंग सिस्टम पूरी तरह हाईटेक हो चुका है. प्रदेश में शिक्षा का स्तर भी बढ़ा है, इसलिए 12वीं की जगह अब भर्ती के लिए स्नातक उत्तीर्ण युवा ही पात्र होंगे.
सरकार ने नियमों में एक बड़ा बदलाव यह भी किया है कि पटवारियों को गृह तहसील में नियुक्ति नहीं मिलेगी. पहली बार ऐसा किया जा रहा है. साथ ही पटवारियों को अपने सेवा काल मे दो प्रमोशन भी आवश्यक तौर पर दिए जाएंगे.
मध्य प्रदेश में अब पटवारी बनने के लिए स्नातक होना जरूरी होगा. अभी तक पटवारी बनने के लिए 12वीं पास होना ही जरूरी था. इसके साथ ही चयनित उम्मीदवार को दो साल के भीतर कम्प्यूटर दक्षता (CPCT )हासिल करनी होगी. दरअसल, 9 हजार 160 पदों की भर्ती के लिए सरकार जल्द ही विज्ञापन जारी करने वाली है. इसके लिए राजस्व विभाग ने नियमों का मसौदा प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड को भेज दिया है।
इसमें शैक्षणिक योग्यता के दायरे को बढ़ाते हुए स्नातक किया गया है. विभागीय मंत्री उमाशंकर गुप्ता का कहना है कि पहले की तुलना में अब कार्यप्रणाली बदल गई है. तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है. गिरदावरी से लेकर जमीन के सीमांकन तक का काम मशीनों से हो रहा है. रिर्पोटिंग सिस्टम पूरी तरह हाईटेक हो चुका है. प्रदेश में शिक्षा का स्तर भी बढ़ा है, इसलिए 12वीं की जगह अब भर्ती के लिए स्नातक उत्तीर्ण युवा ही पात्र होंगे.
सरकार ने नियमों में एक बड़ा बदलाव यह भी किया है कि पटवारियों को गृह तहसील में नियुक्ति नहीं मिलेगी. पहली बार ऐसा किया जा रहा है. साथ ही पटवारियों को अपने सेवा काल मे दो प्रमोशन भी आवश्यक तौर पर दिए जाएंगे.