यह कहानी है, बुंदेली ग्रामीण परिवेश में पिता के जीवन चित्रण, जिसने अपनी माँ समान जमीन से अन्न उगाकर अपने परिवार को संवारा और अंत में पुत्रों के स्वार्थ और लालच ने जब जमीन को ही निगलने का षणयंत्र रच दिया, तो कैसे पिता ने भरी पंचायत में अपना सम्मान सुरक्षित किया। एक अच्छी सोच के साथ मनोरंजक बुंदेली फिल्म। उम्मीद है आप सब को पसंद आयेगी। कृपया इसे अपने मित्रो के साथ शेयर करे एवं बुन्देलखंड का गौरव बडाये आपका – nayaknyk